वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ- शासन ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मुख्य अभियंता रामनाथ सिंह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू करवा की है। विभागीय मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों जांच के निर्देश दिए थे।
पीडब्ल्यूडी के सचिव प्रकाश बिंदु की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति में विभागाध्यक्ष एमसी शर्मा को भी शामिल किया गया है।
राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, बलदेव औलख तथा विधायक वीक विक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मुख्य अभियंता के विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायत की थी।
राज्य मंत्रियों व विधायक ने लिखित शिकायत में आरोप लगाए हैं कि उच्च अधिकारियों के साथ सांठगांठ करके पीडब्ल्यूडी मुख्यालय लखनऊ में मुख्य अभियंता 15 से अधिक वर्षों से तैनात हैं।
साथ ही ठेकेदारों के पंजीकरण में फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर मोटी कमाई की है। यह आरोप भी लगाए गए हैं कि मुख्य अभियंता क्षेत्रीय अधिकारियों को धमका कर अपने करीबी ठेकेदारों को टेंडर दिलाते हैं और बदले में ठेकेदारों से कमीशन वसूलते हैं।
इन शिकायतों के आधार पर मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव अजय चौहान को निर्देश दिए थे आरोपी को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करके पूरे मामले की जांच कराई जाए। इसके बाद भी आरोपी का स्थानांतरण नहीं किया गया। फिलहाल, एक सप्ताह बाद जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में कोई टिप्पणी करना उचित होगा। वहीं सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को शुरू की गई जांच को भी प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।